Cop26: जलवायु सम्मेलन
Cop26: जलवायु सम्मेलन
written by :sonali kesarwani
विश्व की जलवायु मे लगातार हो रहे परिवर्तन को देखते हुये हर साल एक जलवायु सम्मेलन का आयोजन किया जाता है जिसमे लगभग हर देश मौजूद रहता है और विश्व मे हो रहे जलवायु परिवर्तन को रोकने की दिशा मे अपने अपने सुझाव को साझा करके एक निष्कर्ष तक पहुँचते है।
1995 से लगातार इस सम्मेलन का आयोजन UNFCCC ( united nation framework convention on climate change) के द्वारा अलग-अलग जगहों पर कराया जाता है। 2021 मे यह सम्मेलन Scotland के Glasgow शहर मे आयोजित हुआ। यह 26 वाँ इसिलिए इसे Cop26 नाम दिया गया।
Cop, UNFCCC के अन्तर्गत आता है, इसकी स्थापना वायुमंडल मे ग्रीनहाउस गैस सांद्रता को स्थिर करने के लिये की गई है। यह सम्मेलन 31, october से 12, November तक चलेगा।
सम्मेलन का उददेश्य:-
पेरिस जलवायु परिवर्तन को सही ढंग से लागू करने की दिशा मे बात होगी।
पेरिस समझौता:-
Climate change पर लगातार बढ़ती चिंता को देखते हुये 2015 के नवंबर - दिसंबर मे पेरिस मे 195 देश इस समझौते मे एकत्रित हुए थे।
इस मीटिंग मे ग्रीनहाउस गैस ( जो पृथ्वी के तापमान को बढ़ाते है) उत्सर्जन को कम करने के लिये एक globle समझौता हुआ इसे ही पेरिस समझौता कहते है।
इस मीटिंग मे ये तय हुआ की-
1) ग्लोबल तापमान 2°c के भीतर ही रखा जायेगा ।
2) लगभग वहाँ उपस्थित सारे देश ने लिखित अनुमति दे दी है।
3) पेरिस संधि पर शुरुआत मे ही 177 सदस्यो ने हस्ताक्षर कर दिया।
4) ये समझौता इतना सफल नही रहा क्योंकि इनमे सदस्य देशो पर ये निर्भर करता था की वे कार्बन कटौती के लिए क्या तरीके अपनाते है।
Cop क्या है:-
Cop ( conference of parties ) , UNFCCC का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला प्राधिकरण है।
Cop सदस्य राज्यो के लिये जिम्मेदारियो की एक सूची की है, जिसमे शामिल है-
• जलवायु परिवर्तन को कम करने के उपाय खोजना।
• जलवायु परिवर्तन को लेकर लोगो मे जागरूकता फैलना।
Cop26 लक्ष्य:-
इस मीटिंग मे जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिये 4 लक्ष्य रखे गए है-
• 2050 तक नेट जीरो-
• 2050 तक ग्लोबल तापमान को 1•5 डिग्री रखना।
• 2050 तक कोयले के खपत को कम से कम कर देना ।
• वनो की कटाई को रोकना।
• डीजल वाहनो को रोकना तथा इलेक्ट्रॉनिक वाहनो को बढ़ावा देना।
• समुदायो और प्राकृति आवास की रक्षा के लिये अनुकूलन- सभी देश पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा एवं पुनर्स्थापना के लिये मिलकर काम करेगे और सतत् कृषि को बढ़ावा देगे।
• वित्त जुटाना- विकसित देशो को जलवायु वित्त मे कम से कम 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाना होगा।
• मिलकर लक्ष्यो को पूरा करना- सभी देश ऐसा नियम बनाये जिससे पेरिस समझौते को पुरा किया जा सके।
Wow..noice information
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DeleteNice 👍
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Deletegood information. ❣️
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DeleteWow ma'am thanks for you information 🙏
ReplyDeleteGood job 👍
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DeleteNice information Ma'am
ReplyDeleteअएसे ही निरंतर अपने लेख के माध्यम से सभी को देश - दुनिया की खबरों से रुबरू करती रहें।
ReplyDeleteबहुत ही बढ़िया 🙂👍
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DeleteGood and conceptual information outstanding sonali 👏👏👏
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DeleteWell done Honey 👍
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DeleteWell done & keep growing 👍🏻
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Deletekeep it up.....well done..♥️♥️
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DeleteThanku for this information
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